Sunday, 16 February 2014

पेट की बिमारिओ से बचने के उपाय : measures to avoid stomach Bimario/upay/

पेट की बिमारिओ से बचने के उपाय :measures to avoid stomach Bimario

-पेट की बिमारिओ से बचने के उपाय

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पेट की समस्याओ के चार प्रमुख कारण  है जन्म, मन, अन्न और दिन चर्या ,
जन्म यानि चंद्रमा (date of birth ) आज कल जो बच्चे हो रहे है वो पेट की समस्याए ले कर हो रहे है
कुंडली का पांचवा नवा भाव काफी कुछ बता सकता है पिछले जन्म के बारे में भी पेट के चलते
दिल की और दिमाग की बीमारी हो जाती है जो लोग भोजन के तुरंत बाद संतान
उत्पन्न करने की कोशिश करते है तो ख़राब स्थिति होती है संतान की इससे ईर्ष्या जलन ,या पिता
चोरी से शराब पीते हो फेफड़ो और पेट के रोग ,भविष्य के प्रति बहुत चिंतित रहते हो …..
पांचवा और नवा भाव पूर्व जन्म की पूरी जानकारी दे देता है ,
चंद्रमा मन का कारक है ,चंद्रमा के भिन्न भिन्न प्रभावों में पेट के अलग अलग रोग सामने आते है ,
एसिडिटी भी बहुत जादा और दवाइया भी बहुत जादा लेनी पड़  सकती है ,मन के disturbance की वजह से
पेट बहुत जादा disturb हो जायेगा , संतान प्रक्रिया के वक्त पिता को एसिडिटी न हो मन में ईर्ष्या या
जलन न हो पिता का बृहस्पति या मंगल ख़राब स्थिति में हो तो 

बच्चे को पेट के रोग होने की संभावना रहती है
एक व्यक्ति पवन जी से मिला 55 साल की उम्र में रोग ब्लड प्रेशर ,appendix operated ,यूरिन infection ,
बुखार ,steroids , डॉक्टर्स की एडवाइस के बावजूद मानसिक आराम नहीं किया ,जिसका नतीजा ये सब हो गया
बृहस्पत या सूर्य या मंगल ख़राब हो तो आप को भी ये समस्याए हो सकती है

 बहुत से लोग जिनके चन्द्र पर्वत से
कोई रेखा निकल कर शनि पर्वत की ओर  जाती है या बीच में रुक जाये तो पेट के लगभग नाश का पूरा चांस
रहता है पेट के रोग से परेशां होने का पूरा चांस रहता है ,चन्द्र पर्वत से बारीक़ रेखा मस्तक पर रुके तो भी ये होगा ,
चंद्रमा जब राहू शनि से प्रभावित हो तो पेट की समस्याए बहुत जादा होती है ,बहुत जादा असुरक्षा की भावना से पेट के रोग
हो जाते है ।
धीरे धीरे चिंता क्रोध का कारण बनती है इससे anxiety बढती है ,इससे पेट ख़राब हो जाता है ,
चन्द्र शनि राहू  का प्रभाव वात नाड़ी को कुपित कर देगा इससे गैस बनेगी और गैस से पेट ख़राब होगा ,
चाहे दवा कर ले हरद चूस ले या कुछ कर ले यदि आप अपने मन को शांत नहीं करेंगे तो
पेट ठीक नहीं होगा
कमजोर बृहस्पति आलस्य की वजह होता है ,
चंद्रमा सौभाग्य देता है आप काफी लोगो की मदद कर देंगे लेकिन यदि चंद्रमा ख़राब हो या शनि पर्वत पे कुछ काला गड्ढा हो
ऐसे लोगो को बहुत शांत और सुव्यवस्थित रहना पड़ेगा ऐसे लोगो का पेट ख़राब रहता है ,
ऐसे लोग पेट से जादा मन की शांति का उपाय करे
 यदि चंद्रमा मंगल से ख़राब होगा तो उस व्यक्ति का पेट ठीक नहीं रहेगा
यदि uncontrolled anger या बेचैनी है तो उस व्यक्ति का पेट ख़राब होगा
उपरी मंगल से रेखा यदि निचे की ओर आ रही है तो भी ये होगा ।
चंद्रमा पे शनि राहू का प्रभाव गैस बनाता है ,इसे पहचानने का तरीका
शनि पर्वत दबा हुआ होता है ,जीवन रेखा कुछ बारीक़ सी  शनि पर्वत की ओर जाती है
जब भी आपका thought process बहुत जादा डिस्टर्ब हो जाये तो पेट गड़बड़ करेगा ऐसे में परहेज करे ,परहेज में दिन चर्या और भोजन भी
शामिल है साथ ही मन पे भी नियंत्रण रखे ,चंद्रमा यदि मंगल से प्रभावित हो तो व्यक्ति क्रोध बहुत करेगा और इसी क्रोध के वजह से
कोलाइटिस या आंत की बीमारिया  हो जाएँगी इसका उपाय ये है की चंद्रमा मजबूत करे मंगल को कमजोर करे
[पेट की खराबी से जोड़ो में दर्द होता है । चंद्रमा की कमजोरी से endocrine glands में प्रॉब्लम होती है ,
चंद्रमा के डिस्टर्बेंस से .......
पेट में आंतो में सूजन हो सकती है
मजबूत चंद्रमा से पेट की बिमारिय ठीक हो जाती है (सकती है )
पेट में कब्ज चंद्रमा की वजह से होता है ,गैस का दर्द परेशान करेगा ,अहंकार कब्जियत वाले लोगो में बहुत होता है ,
ध्यान के माध्यम से चिंताए ख़त्म करे ,कब्ज समाप्त करे ,आलोचना बंद करे ,दुसरो की और सबसे प्यार से मिले
पुनर्नवा पिए पुनर्वा की जड़ धारण करे
बहुत जादा लालची और possesive मत होयिएगा जिनके मन में हमेशा काम सम्बन्धी विचार रहेंगे
उनका पेट ख़राब रहने के बहुत जादा चांसेस होते है
बृहस्पति यदि चन्द्र से युति करता है तो व्यक्ति साफ सुथरा भोजन करता है
बृहस्पति यदि ख़राब हो तो पेट कभी ठीक नहीं रह सकता ऐसे लोग उपवास में भी बहुत खाते है
चाट पकोड़े खाने को दे दो तो कहने ही क्या ऐसे लोगो का (कम्जोर बृहस्पति ) वात पित्त काफी कमजोर
रहता है .................
पुनर्वारिष्ट या पुनर्वा का सेवन करे सफ़ेद या पीले कपडे में ............
पेट में कोलाइटिस आंत की सूजन लीवर के यही उपाय है
सुबह सुबह उठ कर ॐ  बृं बृहस्पतयै  नमः का जप करे
अनार की लकड़ी नारंगी धागे में बांध कर पहने
रात में तामसिक ग्रहों का बल जादा होता है इन ग्रहों को बल जादा मिलता है
यदि तामसिक ग्रहों को बल देना हो तो रात को जगे
रात को जागने से राहू केतु शनि मंगल ये चार ग्रहों को बल मिलता है ऐसे लोगो का पेट ठीक ही नहीं रह
सकता खास तौर पे यदि बृहस्पति मंगल या राहू के पर्वत उठे हुए हो तो ऐसे लोगो के पेट ठीक नहीं रहते
धन कमाने के लिए देर रात तक जागना आवश्यक है भी आज कल के ज़माने में ऐसे लोग
संध्या दीपक जलाये दीपक जला कर ॐ का जप करे
देर रात को भोजन न करे
बीज वाले फल रात को न ले (बीज का मतलब बहुत बीज वाले फल जैसे खीरा न ले सेब ले सकते है जिनमे एक दो बीज हो वो चलेगा )
रात  में हल्का फुल्का पानी पीते रहे ,


कुछ भी कर के कैसे भी सिर्फ 5 मिनट के लिए सुबह उगते हुए सूर्य के दर्शन कर ले और सूर्य भगवान को 


(मानते है की जिसे देर रात तक जागना पड़े उसके लिए बहुत मुश्किल होगा )
अपना पेट दिखा दे की भगवन अब इसे आप ही संभालो
वमन करना सीख ले


ॐ का जप और गायत्री का जप करने से ऐसे लोगो को बहुत फायदा मिलेगा
पेट ख़राब रहता हो तो एक साथ बहुत सारा भोजन नहीं करना चाहिए
थोडा थोडा कर के खाते रहे


ॐ के जप से cell सिस्टम बहुत मजबूत हो जाता है

ऐसे लोग (जिन्हें रात में जागना हो ) सलाद अधिक ले भोजन में
सीधे बैठने का प्रयास करे टेढ़े मेधे बैठने वालो का पेट ख़राब रहेगा ही रहेगा (यदि रात को जागना हो तो सीधे बैठे )
कोशिश करे सूर्यास्त के पहले भोजन कर ले ,साथ में परहेज भी करे
हरड़  को घी में भून कर पीसकर मसाले में मिला ले और वो मसाला खाने में डाले
चन्द्र पर्वत यदि बहुत जादा उठ गया हो तो लडको को आगे जा कर prostrate की और लडकियों को ovaries की
प्रॉब्लम आगे जा कर पीछा नहीं छोडेगी । इस तरह की दिन चर्या का पालन करने वालो को पेट
के गंभीर रोग हो जाते है ,देर रात को जागने वाले लोग रात को दूध लेने से बचे ,
खास तौर पे वो लोग जिन्हें गांठो या घुटनों में दर्द रहता है वो रात को बीज वाले फल न खाए
सुबह उठ कर ऐसे लोगो को पानी पीना चाहिए जितनी देर भी जगे थोड़ी थोड़ी देर उठ कर टहल लिया करे और

जल भी पीते रहे शुद्ध ताम्बे के बर्तन में पानी पिया जाये और सदा इसी बर्तन में पानी पिया जाये
तो काफी ठीक रहेगा ,खास तौर पे जिन लोगो को क्रोध बहुत आता है उनको इसी प्रकार के बर्तन में
रख के पानी पीना चाहिए इस बर्तन को रात को चंद्रमा की रौशनी में रख दे और सुबह उस जल को पी  ले
जिन भी लोगो को एसिडिटी की समस्या रहती है उन्हें वमन करना सीखना चाहिए ये भी
बड़ी योग्यता से  ऐसे ही नहीं
…..Michigan state university की एक recent रिसर्च में भी ऐसा ही कहा गया है मेरी बात तो आप लोग मानोगे नहीं …..(पवन सिन्हा  )
ॐ का जप करने से गायत्री का जप करने से पेट सही रहेगा
जिन लोगो को रात में देर तक जागना हो वो लोग गायत्री का जप जरूर करे
जप उच्चारण  के साथ लय में करे तभी लाभ होगा अन्यथा अपेक्षित लाभ नहीं होगा

संध्या दीपक जला के ॐ का जप करे

जिन लोगो को  तनाव पूर्ण माहौल में भोजन करना हो वो लोग थोडा थोडा भोजन करे और हल्का भोजन करे
पेट की समस्या वाले लोग हरड का प्रयोग जरूर करे हरड़ को पीसकर घी में भून
ले उसे मसाले में डाल कर इस्तेमाल करे
(डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले यदि कोई विशेष problem हो तो )
जिन लोगो को पेट में दर्द रहता है गैस के चलते  वो लोग
खाने में चावल या अन्य खाने में लाल इलायची का प्रयोग जरूर करे (डाल लिया करे)
यदि जीवन रेखा पर कोई island बन रहा हो तो बहुत सावधानी से रहिएगा और अमृतधारा का
प्रयोग जरूर करे अमृत धारा  आपको पेट की समस्याओ से मुक्ति दिलाता है
यदि चन्द्र पर्वत पे कोई काला धब्बा हो तो हींग का प्रयोग जरूर करे या चन्द्र पर्वत पे कटी फटी रेखाए हो तो भी
हींग का प्रयोग जरूर करे ।
हाँथ की उंगलिया छोटी है और मोटी  है तो खूब टहले और brisk walk को अपनी जिंदगी का
हिस्सा बना ले
मैदा नहीं खाना चाहिए मैदा comes into जंक फ़ूड ,जंक फ़ूड इस defined by  फ़ूड which does not have
एनी nutritious value ,मैदा पेट की आंतो से 20 साल बाद भी निकाला जाये तो कोलतार (सड़क बनाने का material )
के तारो (wires ) की तरह निकलता है :— astro अंकल
तो अपने thought process को ठीक करिए थोडा दिन चर्या को ठीक करिए थोडा सा हंसिये और खूब जल पीजिये
सब ठीक हो जायेगा
रात  में हल्का फुल्का पानी पीते रहे ,

कुछ भी कर के कैसे भी सिर्फ 5 मिनट के लिए सुबह उगते हुए सूर्य के दर्शन कर ले और सूर्य भगवान को 

(मानते है की जिसे देर रात तक जागना पड़े उसके लिए बहुत मुश्किल होगा )
अपना पेट दिखा दे की भगवन अब इसे आप ही संभालो
वमन करना सीख ले


ॐ का जप और गायत्री का जप करने से ऐसे लोगो को बहुत फायदा मिलेगा
पेट ख़राब रहता हो तो एक साथ बहुत सारा भोजन नहीं करना चाहिए
थोडा थोडा कर के खाते रहे

ॐ के जप से cell सिस्टम बहुत मजबूत हो जाता है

ऐसे लोग (जिन्हें रात में जागना हो ) सलाद अधिक ले भोजन में
सीधे बैठने का प्रयास करे टेढ़े मेधे बैठने वालो का पेट ख़राब रहेगा ही रहेगा (यदि रात को जागना हो तो सीधे बैठे )
कोशिश करे सूर्यास्त के पहले भोजन कर ले ,साथ में परहेज भी करे
हरड़  को घी में भून कर पीसकर मसाले में मिला ले और वो मसाला खाने में डाले

चन्द्र पर्वत यदि बहुत जादा उठ गया हो तो लडको को आगे जा कर prostrate की और लडकियों को ovaries की
प्रॉब्लम आगे जा कर पीछा नहीं छोडेगी । इस तरह की दिन चर्या का पालन करने वालो को पेट
के गंभीर रोग हो जाते है ,देर रात को जागने वाले लोग रात को दूध लेने से बचे ,
खास तौर पे वो लोग जिन्हें गांठो या घुटनों में दर्द रहता है वो रात को बीज वाले फल न खाए
सुबह उठ कर ऐसे लोगो को पानी पीना चाहिए जितनी देर भी जगे थोड़ी थोड़ी देर उठ कर टहल लिया करे और

जल भी पीते रहे शुद्ध ताम्बे के बर्तन में पानी पिया जाये और सदा इसी बर्तन में पानी पिया जाये
तो काफी ठीक रहेगा ,खास तौर पे जिन लोगो को क्रोध बहुत आता है उनको इसी प्रकार के बर्तन में
रख के पानी पीना चाहिए इस बर्तन को रात को चंद्रमा की रौशनी में रख दे और सुबह उस जल को पी  ले
जिन भी लोगो को एसिडिटी की समस्या रहती है उन्हें वमन करना सीखना चाहिए ये भी
बड़ी योग्यता से  ऐसे ही नहीं
…..Michigan state university की एक recent रिसर्च में भी ऐसा ही कहा गया है मेरी बात तो आप लोग मानोगे नहीं …..(पवन सिन्हा  )
ॐ का जप करने से गायत्री का जप करने से पेट सही रहेगा
जिन लोगो को रात में देर तक जागना हो वो लोग गायत्री का जप जरूर करे
जप उच्चारण  के साथ लय में करे तभी लाभ होगा अन्यथा अपेक्षित लाभ नहीं होगा

संध्या दीपक जला के ॐ का जप करे

जिन लोगो को  तनाव पूर्ण माहौल में भोजन करना हो वो लोग थोडा थोडा भोजन करे और हल्का भोजन करे
पेट की समस्या वाले लोग हरड का प्रयोग जरूर करे हरड़ को पीसकर घी में भून
ले उसे मसाले में डाल कर इस्तेमाल करे
(डॉक्टर से सलाह जरूर ले ले यदि कोई विशेष problem हो तो )
जिन लोगो को पेट में दर्द रहता है गैस के चलते  वो लोग
खाने में चावल या अन्य खाने में लाल इलायची का प्रयोग जरूर करे (डाल लिया करे)
यदि जीवन रेखा पर कोई island बन रहा हो तो बहुत सावधानी से रहिएगा और अमृतधारा का
प्रयोग जरूर करे अमृत धारा  आपको पेट की समस्याओ से मुक्ति दिलाता है
यदि चन्द्र पर्वत पे कोई काला धब्बा हो तो हींग का प्रयोग जरूर करे या चन्द्र पर्वत पे कटी फटी रेखाए हो तो भी
हींग का प्रयोग जरूर करे ।
हाँथ की उंगलिया छोटी है और मोटी  है तो खूब टहले और brisk walk को अपनी जिंदगी का
हिस्सा बना ले
मैदा नहीं खाना चाहिए मैदा comes into जंक फ़ूड ,जंक फ़ूड इस defined by  फ़ूड which does not have
एनी nutritious value ,मैदा पेट की आंतो से 20 साल बाद भी निकाला जाये तो कोलतार (सड़क बनाने का material )
के तारो (wires ) की तरह निकलता है :— astro अंकल
तो अपने thought process को ठीक करिए थोडा दिन चर्या को ठीक करिए थोडा सा हंसिये और खूब जल पीजिये
पेट की वीमारी का इलाज : राजीव दीक्षित
  राजीव भाई कहते है अगर आपकी पेट ख़राब है दस्त हो गया है , बार बार आपको टॉयलेट जाना पड़ रहा है तो इसकी सबसे अच्छी दवा है जीरा | अध चम्मच जीरा चबाके खा लो और गुनगुना पानी पी लो तो दस्त एकदम बंद हो जाते है एक ही खुराक में |  अगर बहुत ज्यादा दस्त हो ... हर दो मिनिट में आपको टॉयलेट जाना पड़ रहा है तो आधा कप कच्चा दूध ले लो बिना गरम किया हुआ और उसमे निम्बू डालके जल्दी से पी लो | दूध फटने से पहले पीना है और बस एक ही खुराक लेना है बस इतने में ही खतरनाक दस्त ठीक हो जाते है |  और एक अच्छी दवा है ये जो बेल पत्र के पेड़ पर जो फल होते है उसका गुदा चबाके खा लो पीछे से थोडा पानी पी लो ये भी दस्त ठीक कर देता है | बेल का पाउडर मिलता है बाज़ार में उसका एक चम्मच गुनगुना पानी के साथ पी लो ये भी दस्त ठीक कर देता है |  पेट अगर आपका साफ़ नही रहता कब्जियत रहती है तो इसकी सबसे अच्छी दवा है अजवाईन | इसको गुड में मिलाके चबाके खाओ और पीछे से गरम पानी पी लो तो पेट तुरंत साफ़ होता है , रात को खा के सो जाओ सुबह उठते ही पेट साफ होगा |  और एक अच्छी दवा है पेट साफ करने की वो है त्रिफला चूर्ण , रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण ले लो पानी के साथ पेट साफ हो जायेगा |  पेट जुडी दो तिन ख़राब बिमारिय है जैसे बवासीर, पाईल्स, हेमोरोइड्स, फिसचुला, फिसर .. ये सब बिमारिओ में अच्छी दवा है मुली का रस | एक कप मुली का रस पियो खाना खाने के बाद दोपहर को या सबेरे पर शाम को मत पीना तो हर तरेह का बवासीर ठीक हो जाता है , भगंदर ठीक होता है फिसचुला, फिसर ठीक होता है .. अनार का रस पियो तो भी ठीक हो जाता है |
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